ज़रा सी थी अनबन वक़्त से मेरी
वो मेरे आगे आगे ही चला हरदम
बड़ी देर तक चला, बड़ी दूर चला
बमुश्किल मैं तुमसे दूर हो सका

ऐसी भी कमी लोगों की नहीं
बात चले कहीं से रुके तुम पे

ऐसी भी कमी लोगों की नहीं
बात जो आकर आप पे रुके
ज़रा सी थी अनबन वक़्त से मेरी
वो मेरे आगे आगे ही चला हरदम
बड़ी देर तक चला, बड़ी दूर चला
बमुश्किल मैं तुमसे दूर हो सका
ऐसी भी कमी लोगों की नहीं
बात चले कहीं से रुके तुम पे
ऐसी भी कमी लोगों की नहीं
बात जो आकर आप पे रुके
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